हरियाणा सरकार ने पशुपालकों के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसका नाम है “हरियाणा पशु लोन योजना” (Haryana Pashu Loan Yojna)। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को वित्तीय मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपने पशुधन को बढ़ा सकें और कृषि तथा पशुपालन में सुधार कर सकें। योजना के तहत किसान और पशुपालक अपनी आवश्यकता के अनुसार लोन प्राप्त कर सकते हैं, जो उन्हें 4% ब्याज दर पर दिया जाता है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य उन किसानों और पशुपालकों को सहायता प्रदान करना है, जो आर्थिक कारणों के चलते अपने पशुधन को बेचने पर मजबूर हो जाते हैं। योजना के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है, जो उन्हें एक साल के भीतर छह समान किस्तों में चुकाना होगा। यह लोन पशु आधारित है, यानी यह लोन किसानों के पास मौजूद पशुओं की संख्या के आधार पर दिया जाएगा।
लोन की राशि
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गाय: ₹40,783 तक का लोन
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भैंस: ₹60,249 तक का लोन
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भेड़/बकरी: ₹4,063 का लोन
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मुर्गी (अंडा देने वाली): ₹720 तक का लोन
लोन की राशि सीधे बैंक खाते में दी जाएगी, और इसे ब्याज दर 4% के साथ चुकाना होगा। यह योजना किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अपनी पशुपालन गतिविधियों को बेहतर तरीके से चला सकें।
पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ आवश्यक पात्रताएँ हैं:
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स्थायी निवासी: आवेदक को हरियाणा राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
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किसान का होना जरूरी: आवेदक के पास अपने पशु होने चाहिए।
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किसान की नौकरी: आवेदक सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
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पशु बीमा: जिन पशुओं के लिए लोन लिया जा रहा है, उनके पास बीमा और स्वास्थ्य कार्ड होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:
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आधार कार्ड की कॉपी
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बैंक खाता विवरण (आईएफएससी कोड सहित)
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परिवार आईडी
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पशुओं की संख्या और प्रकार का विवरण
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पशु बीमा और स्वास्थ्य कार्ड की प्रति
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पासपोर्ट साइज फोटो
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निवास प्रमाण पत्र
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको हरियाणा सरकार के सरल पोर्टल पर जाना होगा। पोर्टल पर लॉगिन करने के बाद, संबंधित योजना का लिंक दिखाई देगा। इस पर क्लिक करके आवेदन फॉर्म को भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें। इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म सबमिट करें।
योजना के लाभ
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वित्तीय मदद: किसानों को उनके पशुधन के आधार पर लोन प्राप्त होता है, जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं।
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कम ब्याज दर: इस योजना में 4% की ब्याज दर लागू होती है, जो सामान्य रूप से मिलने वाली ब्याज दर से कम है।
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सहायता: यह योजना खासकर छोटे और मंझले किसानों के लिए फायदेमंद है, जो अपने पशुओं की देखभाल के लिए आर्थिक रूप से परेशान होते हैं।
निष्कर्ष:
हरियाणा पशु लोन योजना किसानों और पशुपालकों को उनके पशुधन के आधार पर लोन प्रदान कर आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का एक प्रयास है। इससे किसान अपने व्यवसाय को विस्तार दे सकते हैं और कृषि तथा पशुपालन के क्षेत्र में उन्नति कर सकते हैं।